Skip to main content

नागा साधु (Naga Sadhu)

त्याग, तपस्या और आध्यात्म का प्रतीक

मोक्ष की प्राप्ति, सनातन धर्म की रक्षा और जगत कल्याण के भाव से अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले नागा दिगंबर साधुओं को शत शत नमन। हर 12 वर्ष के अंतराल में कुंभ के दौरन जब ये नागा संन्यासी अपने अखाड़ों, आश्रमों, हिमालय की कंदराओं और गुफ़ाओं से बाहर निकलते हैं तो दुनिया की नजरें चकित होकर इन्हें निहारते रहते हैं।

Intro

इतिहास और उत्पत्ति (History & Origin)

नागा बाबाओं का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसका प्रमाण सिंधु घाटी में मोहनजोदड़ो की खुदाई में निकले सिक्को में मुद्रित जटाधारियों से मिलते हैं। ये तो सभी जानते हैं कि भारत सोने की चिड़ियां थीं। इसी वजह से प्राचीन समय में विदेशी लूटेरों ने कई बार आक्रमण किया। आक्रमणकारियों के द्वार जब धार्मिक स्थलों (मठों और मंदिरों) के खजानों (संपत्तियों) को भी लूटा जाने लगा तथा धर्म विश्वासियों (श्रद्धालुओं) को भी प्रताड़ित किया जाने लगा तब आदिगुरु शंकराचार्य का सब्र टूट गया। उन्हें आभास हो गया...

History

अखाड़े (Akhadas)

आदिगुरु शंकराचार्य ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अखाड़ों का निर्माण कराया था। शुरुआत के दिनों में सिर्फ 4 अखाड़े ही अस्तित्व में थे लेकिन बाद में विचारों में भिन्नता और मान्याताओं के आधार पर कई अखाड़े अस्तित्व में आए। वर्तमान में मुख्यतः कुल 13 अखाड़े मौजूद हैं जो उनके इष्ट देवता के आधार पर मुख्य तौर पर तीन श्रेणियों में विभाजित है।

जीवनशैली और साधना (Lifestyle & Practices)

नागा साधु शैव परंपरा से सम्बन्ध रखते हैं। वे आम जनजीवन से दूर हिमालय की गुफाओं, आश्रमों या आखाड़ों में रहते हैं। यहीं वे योग और साधना करते हैं।

जीवनशैली और साधना (Lifestyle & Practices)

कुंभ मेला

कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, श्रद्धा, और सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। यह आध्यात्मिकता और एकता का अनुपम संगम है जहाँ आस्था और अध्यात्म एक साथ बहते हैं।

Kumbh Mela Sahi Snan Kumbh Mela

ब्लॉग (Blog)

🕉️ कुंभ मेला – भारत का आध्यात्मिक महोत्सव

कुंभ मेला हिंदू धर्म का सबसे विशाल और पवित्र धार्मिक मेला है, जो हर 12 वर्षों में चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित होता है। यह मेला आस्था, अध्यात्म, साधना और सनातन संस्कृति की भव्य झलक प्रस्तुत करता है। कुंभ मेला हिंदू धर्म का सबसे विशाल और पवित्र धार्मिक मेला है, जो हर 12 वर्षों में चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित होता है। यह मेला आस्था, अध्यात्म, साधना और सनातन संस्कृति की भव्य झलक प्रस्तुत करता है। कुंभ मेला हिंदू धर्म का सबसे विशाल और पवित्र धार्मिक मेला है, जो हर 12 वर्षों में चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित होता है। यह मेला आस्था, अध्यात्म, साधना और सनातन संस्कृति की भव्य झलक प्रस्तुत करता है। कुंभ मेला कहां-कहां होता है? कुंभ मेला भारत के चार प्रमुख तीर्थस्थलों पर आयोजित होता है: प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना, और अदृश्य सरस्वती)

Newsletter

Subscribe to our Newsletter